Trading Kaise Sikhe In Hindi 2025 | शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे सीखें
Trading Kaise Sikhe: दोस्तों अगर आप शेयर मार्केट में नए है और आपके मन में यह सवाल आया है की ट्रेडिंग कैसे सीखें तो कोई चिंता की बात नहीं है आप सही जगह पर आए है। इस लेख में हम आपको नए लोग शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे सीखें इसके बारे में जानकरी देने वाले है। इस पोस्ट से आपको ट्रेडिंग करने का सही तरीका पता चलेगा।अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए नहीं तो आपको ट्रेडिंग में नुकसान हो सकता है। तो चलिए शेयर मार्केट में Trading Kaise Sikhe इसे विस्तार से जानते है।
नए लोग ट्रेडिंग कैसे सीखें
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग सीखने के लिए हमे टेक्निकल एनालिसिस के बारे में पता होना चाहिए। कैंडल स्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न के बारे में जानकारी होनी चहिए साथ ही हमे ऑप्शन चैन, वॉल्यूम, इंडिकेटर के बारे में जानकारी होनी जरुरी है। इसके अलावा हम शेयर मार्केट की किताबें पढ़कर, यूट्यूब पर वीडियोस देखकर भी ट्रेडिंग सीख सकते है।
शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का अर्थ होता है की शेयर को खरीदना और बेचना। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के कई सारे प्रकार है जैसे की; स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग अदि। अगर आपका शेयर मार्केट से पैसे कमाना चाहते है तो ट्रेडिंग सीखना बहुत जरुरी है। क्योंकि अगर आप बिना जानकारी के ट्रेडिंग करना शुरू करते है तो आपको नुकसान हो सकता है।
हमने नीचे पुरे विस्तार से बताया है की ट्रेडिंग कैसे सीखें टी आप इस पोस्ट को पूरा पढ़िए और शेयर मार्केट से पैसे कमाना शुरू करे।
टेक्निकल एनालिसिस सीखे
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस सीखना जरुरी है। टेक्निकल एनालिसिस करके हम शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करके लाखो रुपए कमा सकते है। इसके लिए आपको इन चीजोंको सीखना होगा।
- हमे चार्ट पेटर्न्स को सीखना चाहिए,
- हमे सभी प्रकर के कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में जानकारी होनी चाहिए,
- चार्ट पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या होते हैं इसे चार्ट पर कैसे लगाया जाता इसकी जानकारी होनी चाहिए,
- हमे टारगेट और स्टॉप लॉस कैसे सेट करते हैं इसे समझना होगा,
- टेक्निकल इंडिकेटर्स के बारे में सीखना होगा,
- इसके अलावा स्टॉक का वॉल्यूम और मोमेंटम चेक करना होता है।
ऊपर बताई गई सभी चीजे टेक्निकल एनालिसिस का हिस्सा है इन सभी को सीखना बहुत जरुरी होता है।
कैंडलस्टिक पेटर्न के बारे में सीखें
ट्रेडिंग सीखने के लिए हमे कैंडलस्टिक पेटर्न के बारे में जानकारी होनी जरुरी है। शेयर मार्केट में रेड और ग्रीन दो प्रकार की कैंडल्स होती हैं जिनसे हमे स्टॉक की कीमत ऊपर और निचे जाने की जेकरि मिलती है।
ग्रीन कैंडल को बुलिश और लाल कैंडल को बेयरिश कैंडल कहते हैं मतलब ग्रीन कैंडल कीमत ऊपर जाने का संकेत देती है और रेड कैंडल कीमत नीचे जाने के संकेत देती है। एक कैंडल Body और Wick दो चीजों से बनती है, यह हमे स्टॉक के प्राइस के बारे में बताती है–
- Open (जहां से कैंडल बनना शुरू हुई थी)
- Close (जहां पर कैंडल बनकर खत्म हुई)
- High (उस दिन का highest price)
- Low (उस दिन का जो lowest price)
इसे हम किसी भी timeframe का लगाएंगे तो उसी टाइमफ्रेम की कैंडल्स चार्ट पर दिखेगी। अगर आपने निफ्टी का 5 मिनट का चार्ट खोला है तो आपको चार्ट पर दिखने वाली हर एक कैंडलेस्टिक 5 मिनट के टाइम की होगी।
चार्ट पर हमे कई प्रकार की कैंडल देखने को मिलती है जैसे–
- किसी कैंडल की बॉडी छोटी तो किसी कैंडल बॉडी बड़ी होती है,
- किसी कैंडल की wick छोटी या बड़ी होती है,
- कई बार कैंडल की बॉडी बीच में बनती है तो किसी कैंडल की नीचे बनती है।
- किसी कैंडल की शैडो बहुत लंबी तो किसी की बहुत कम होती है।
विविध प्रकार की कैंडल से मिलकर ही कैंडलेस्टिक पेटर्न बनते हैं। ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर हमे हर समय कोई ना कोई पैटर्न जरूर दिखता है जिसे देखकर हम ट्रेड ले सकते हैं और उससे पैसे कमा सकते हैं।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर ट्रेड करना सीखें
बहुत सारे ट्रेडर्स सिर्फ सपोर्ट और रेजिस्टेंस देखकर ट्रेड करते है और हर रोज पैसे कमाते है। अगर आप भी सपोर्ट और रेजिस्टेंस को अचे सीख कर ट्रेड करते है तो आप भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करके पइसे कमा सकते है। लेकिन इसके लिए सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर बहुत प्रैक्टिस करनी होगी। इसकी बैकटेस्टिंग और फोरवोर्ड टेस्टिंग करनी होगी।
चार्ट पर बहुत बार ऐसा होता है कि शेयर आपके साइड में नहीं बल्कि आपकी उल्टी दिशा में चलता है जिससे आपको नुकसान हो जाता है। चार्ट पर सपोर्ट एरिया से प्राइस बढ़ना शुरू होता है और रेजिस्टेंस एरिया से नीचे गिरना शुरू होता है। परंतु जब हम लाइव मार्केट में ट्रेडिंग करते है तो हर बार ऐसा देखने को नहीं मिलेता।
कई बार प्राइस सपोर्ट लेवल पर पहुंचने से पहले ही बढ़ना शुरू होता है और कई बार रेजिस्टेंस लेवल पर पहुंचने से पहले ही नीचे आना शुरू होता है। इसलिए हमे सपोर्ट और रेसिस्टेंट ड्रा करते समय एक ज़ोन ड्रॉ करना होगा ताकि प्राइस थोड़ा बहुत ऊपर नीचे भी हो तो इससे ज्यादा फर्क ना पड़े।
शर मार्केट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर ट्रेड करना उस समय अधिक अच्छा होता है जब मार्केट किसी एक रेंज में हो जब मार्केट नाही ऊपर और नाही नीचे बल्कि साइडवेज़ हो तो हम सपोर्ट पर शेयर्स खरीदकर और रेजिस्टेंस पर बेचकर अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकते हैं।
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शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के नियम
जब आप शेयर मार्केट ट्रेडिंग करेंगे तो आप ट्रेडिंग के नियम के बारे में जानकारी होनी जरुरी है। बहुत से लोग ट्रेडिंग के नियम को आसानी से समज लेते है और कुछ लोग बिना नियम को जाने ट्रेडिंग करते है तो उनको लॉस होता है। तो चलिए ट्रेडिंग के नियम को जानते हैं।
- शेयर मार्केट में बिना ज्ञान ट्रेडिंग ना करे।
- ट्रेडिंग करने से पहले कम से कम 6 महीने तक पेपर ट्रेडिंग करके प्रैक्टिस करें।
- ट्रेडिंग करने के लिए अपनी एक अच्छी स्ट्रेटेजी बनायें और उसी स्ट्रेटेजी पर ट्रेड करे।
- ट्रेड करने के लिए आपको रिस्क और रिवॉर्ड और मनी मैनेजमेंट को फॉलो करे।
- अगर आप शेयर मार्केट में नए हैं तो सबसे पहले technical analysis सीखें।
- ट्रेडिंग करते समय stop loss लगाना बहुत जरुरी है इससे आपको कम नुकसान होता है।
- ट्रेड करते समय हमेशा अपने इमोशंस पर कंट्रोल रखे।
- अगर आपके स्ट्रेटेजी से ट्रेड बन रहा है तभी ट्रेड करे जबरदस्ती कहीं पर भी ट्रेड ना करें।
निष्कर्ष
शेयर मार्किट में निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए आपको उसके बारे में पूरी जानकारी होनी जरुरी है। तभी आप ट्रेडिंग से पैसे कमा सकते है। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे सीखें इसके बारे में हमने इस पोस्ट में पुरे विस्तार से बताया है। हमे उम्मीद है की आपको हमारी यह पोस्ट शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे सीखें पसंद आई होगी। हमने इस पोस्ट में ट्रडिंग से नियम और Trading Kaise Sikhe इसके बारे में जानकारी दी है।
अगर आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी तो आप इसे अपने दोस्तोंके साथ जरूर शेयर करे। और कोई भी डाउट है तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है।
FAQ (ट्रेडिंग कैसे सीखें)
Q) ट्रेडिंग में कितने प्रतिशत लोग सफल होते हैं?
Ans- SEBI के रिपोर्ट के अनुसार, इंडिया में सिर्फ 20% लोग ही ट्रेडिंग में सफल हो पाते हैं। और बाकि 80% से भी ज्यादा ट्रेडर्स ट्रेडिंग नुकसान करते है।
Q) ट्रेडिंग में कितने प्रकार होते है?
Ans- शेयर मार्केट में Intraday Trading और दूसरी Swing Trading यह दो प्रकार की ट्रेडिंग सबसे ज्यादा की जाती है।
Q) सफल ट्रेडर बनने के लिए कितना समय लगता है?
Ans- सफल ट्रेडर बनने के लिए कम से कम 1 साल लग सकता है पर उसके लिए आपको ट्रेडिंग के नियम को फॉलो करना होगा।
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